Friday 17 October 2014

कहा जाता है कि खुबसूरती ऊपरवाले की दी हुई सबसे अनमोल नेमत होती है जो हर किसी को नसीब नहीं होती। अपनी बेमिसाल खूबसूरती के लिए बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान रखने वाली बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल हेमामालनी भी एक ऐसी ही अदाकारा हैं जिनकी खूबसूरती पर आज भी लाखों जवां लोगों के दिल मर मिटते है। बेहतरीन अभिनय, शास्त्रीय नृत्य के अलावा भरतनाट्मय नृत्य शैली में महारत रखने वाली हेमामालनी शोहरत, सफलता और कामयाबी के शिखर पर पहुंची जिंदगी पर्दे से शुरू होकर लोकतंत्र की मंदीर संसद तक जा पहुची हैं।

सालों दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली बॉलीवुड की स्वप्न सुंदरी नृत्यांगना हेमा मालिनी बॉलीवुड की उन गिनी-चुनी अभिनेत्रियों में शामिल हैं, जिनमें सौंदर्य और अभिनय का अनूठा संगम देखने को मिलता है। इसी अभिनय के दम पर हेमामालिनी हिन्दी फिल्म की पहली महिला सुपर स्टार बनी। लगभग चार दशक के कैरियर में उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। इनकी सुंदरता और अदाओं के कारण इन्हें बॉलीवुड की ड्रीम गर्ल्स कहा जाने लगा। आगे चलकर निर्माता प्रमोद चक्रवर्ती ने इस नाम से भी फिल्म बनायी। बालीवुड के लीजेंड कहे जाने वाले राज कपूर की फिल्म (सपनों का सौदागर) में पहली बार नायिका के रूप में काम करने का मौका मिला। फिल्म के प्रचार के दौरान हेमा मालिनी को। ड्रीम गर्ल. के रूप में प्रचारित किया गया। बदकिस्मती से फिल्म टिकट खिडकी पर असफल साबित हुई लेकिन अभिनेत्री के रूप में हेमा मालिनी को दर्शकों ने पसंद कर लिया।

हेमा मालिनी बालीवुड के उन गिनी-चुनी अभिनेत्रियों में शामिल हैं जिनमें सौंदर्य तथा अभिनय का अनूठा संगम देखने को मिला. हेमा मालिनी अभिनय के अलावा शास्त्रीय नृत्य में भी पारंगत है। जिस किसी भी फिल्म में हेमा मालिनी को नृत्य करने का मौका मिला उन्होंने दर्शकों पर अपने नृत्य कला की छाप छोड़ दी. इसके अलावा हेमा मालिनी का डॉयलाग कहने का अपना दिलकश अंदाज था जिसकी नकल आज की अभिनेत्रियां करती नजर आती हैं। हेमा का जन्म 16 अक्तूबर 1948 को तमिलनाडु के तंजावुर जिले के अम्माकुडी गांव में हुआ था। हेमा मालिनी को पहली सफलता वर्ष 1970 में प्रदर्शित फिल्म (जॉनी मेरा नाम) से हासिल हुई। इसमें उनके साथ अभिनेता देवानंद मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में हेमा और देवानंद की जोडी को दर्शकों ने सिर आंखों पर लिया और फिल्म सुपरहिट रही। उसके बाद हेमा रातोंरात स्‍टार बन गईं। अपने फिल्मी करियर में करीब 150 फिल्मों में काम करने वाली हेमा ने बहुत सारे सुपरहिट फिल्में बनाई जिसमें ‘सीता और गीता’ 1972, ‘प्रेम नगर’ ,’अमीर गरीब’ 1974, ‘शोले’ 1975, ‘महबूबा’, ‘चरस’ 1976, ड्रीम गर्ल’, ‘किनारा’ 1977, ‘त्रिशूल’ 1978, ‘मीरा’ 1979, ‘कुदरत’, ‘नसीब’, ‘क्रांति’ 1980, ‘अंधा कानून’, ‘रजिया सुल्तान’ 1983, ‘रिहाई’ 1988, ‘जमाई राजा’ 1990, ‘बागबान’ 2003, ‘वीर जारा’ 2004, आदि शामिल है।

मेरे नसीब में तू हैं के नहीं, तेरे नसीब में मैं हूं के नहीं हेमा पर फिल्माया गया यह गाना उनके जीवन पर सटीक बैठता है। एक समय ऐसा भी था जब उनको चाहने वालों की कतार लगा करता था। जिसमें बालीवुड के ही मेन कहे जाने वाले धर्मेंद्र सुपरस्टार जीतेंद्र और संजीव कुमार भी शामिल थे। लेकिन हेमा के नसीब में तो शादीशुदा धर्मेंद्र लिखा था। इस लिए उनका दिल धर्मेंद्र पर आया और रील लाइफ की ड्रीम गर्ल हेमामालिनी 1980 में उनके रीयल लाइफ की ड्रीम गर्ल बन गईं।

Categories:

0 comments:

Post a Comment