Wednesday 2 October 2019


तुम्हे चाय ही क्यों पसन्द है, कुछ और भी तो पी सकते हो
जैसे तुम्हें कॉफी के अलावे कुछ और पसन्द नहीं है
हस सवाल का जवाब, सवाल नहीं होता मिस्टर
बिल्कुल सवाल का जवाब, सवाल नहीं होता पर कुछ सवाल ऐसे भी होते है जिसका जवाब ही सवाल होता है...
अच्छा बताओं भी तो तुम्हे चाय ही क्यों पसंद है...

क्यों का जवाब नहीं है मेरे पास... हां बस मुझे चाय ही पसन्द है और वैसे भी मैं कभी क्यों का जवाब नहीं तलाशता...कई बार कोशिश भी करता हूं क्यों का जवाब तलाशने का पर जैसे ही तलाशने बैठता हूं कई डर मेरे अंदर समाहित हो जाते है। मुझे लगने गलता है की कभी तुम यह न पूछ बैठो की तुम मुझे क्यों पसन्द हो... बस इस डर से मैं नहीं तलाशता क्योंकि मुझे पता है यह भी मैं चाय की तरह नहीं बता सकता बस तुम पसंद हो...
अच्छा बाबा मैं तुम्हारे फिलॉसफी मैं नहीं पड़ती और अब मैं यह भी नहीं पुछूंगी की तुम्हे चाय ही क्यों पसंद है... 
ठीक है चलो चाय पीते है किसी कॉफी शॉप पर....  
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